Railway stealing from Mumbai Local Train commuters
My father brought this to my notice and he asked me to send a letter to the Hindi Newspaper 'Nav Bharat Times' highlighting this brazen stealing ... I have sent the letter to NBT and posting it here on my blog too
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Subject: Aap ka Mann -- Railway is stealing from commuters of Local Trains using Smart Card
To: nbtaapkamann@gmail.com
To: nbtaapkamann@gmail.com
रेलवे की छुपी हुई लूट ( स्मार्ट कार्ड के जरिया )
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रेलवे बड़े बड़े विज्ञापन द्वारा आम आदमी को यह लुभावने सन्देश देता हैं की आप अपना समय बचाने के लिए ओर बड़ी लम्बी कतारों से बचने के लिए स्मार्ट कार्ड का उपयोग करें टिकेट ओर रेलवे सीज्हन पास खरीदने के लिए . लोगो को प्रोत्साहित करने के लिए ओर लुभाने के लिए वो ५% अतिरिक्त amount भी देते हैं स्मार्ट कार्ड लोड करते समय
मगर स्मार्ट कार्ड द्वारा सीज्हन पास बनाते समय बिना बताये या पास पर बिना दिखाए ५% के हिसाब से पैसे काट दिए जाते हैं स्मार्ट कार्ड में से. इस बात का उल्लेख रेलवे ने कहीं पर भी नहीं किया हैं - न किसी विज्ञापन में, न ही मशीन द्वारा जारी किये गए सीज्हन टिकेट पर, न ही मशीन के स्क्रीन पर जब सीज्हन पास निकला गया ! यह सरासर लूट हैं ओर बेईमानी हैं. बिना बताये पैसे गायब कर दिए जाए अगर स्मार्ट कार्ड में से तो वो चोरी से कम नहीं हैं ! क्यों कोई सीज्हन पास करवाएगा स्मार्ट कार्ड का उपयोग करके अगर ५% ज्यादा पैसे लगेंगे ??
मैंने ३ बार चर्चगेट से मलाड की फर्स्ट क्लास की पास बनवाई जिसकी कीमत १२५५ रूपए हैं. हर बार स्मार्ट कार्ड में से ६३ रूपए काट दिए गए | इस तरह रेलवे ने मेरे स्मार्ट कार्ड में से ६३ X ३ = १८९ रूपए चोरी कर लिए हैं !
मैं चाहूँगा की रेलवे के अधिकारी मुझे मेरे पैसे का हिसाब दे ओर मुझे रिफंड दे ! मुंबई लोकल ट्रेन के प्रवासियों से मेरा निवेदन हैं की वो अपना स्मार्ट कार्ड इस्तेमाल करते ध्यान रखे की रेलवे कहीं उनके कार्ड से पैसे तो नहीं चुरा रहा .
धन्यवाद
कांतिलाल जैन ( अँधेरी)
:O :O one must take up this issue definitely!
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